प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज (Critical Minerals) क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने बैठक के बाद जानकारी दी कि पीएम मोदी ने भारत की ऊर्जा और औद्योगिक जरूरतों को उजागर करते हुए अर्जेंटीना को एक “विश्वसनीय भागीदार” बताया।
कुमारन ने कहा, “अर्जेंटीना में लिथियम, तांबा (Copper), और दुर्लभ तत्वों (Rare Earth Elements) जैसे महत्वपूर्ण खनिजों का विशाल भंडार है, जो भारत की हरित ऊर्जा संक्रमण (Clean Energy Transition) और औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक संसाधनों की जरूरत को पूरा कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि अर्जेंटीना के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शेल गैस भंडार और चौथा सबसे बड़ा शेल ऑयल भंडार है, जिससे वह भारत का एक महत्वपूर्ण ऊर्जा साझेदार बन सकता है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल क्षमताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय दवाओं की अर्जेंटीना बाजार में आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए भारत को Annexe II से Annexe I में स्थानांतरित किया जाए। बता दें कि अर्जेंटीना की फार्मास्यूटिकल नियामक प्रणाली में, Annexe I देशों की दवाओं को बाजार में प्रवेश देने की प्रक्रिया अपेक्षाकृत सरल होती है। वहीं अर्जेंटीना की ओर से भारतीय प्रतिनिधिमंडल को बताया गया कि भारतीय दवाओं के लिए फास्ट-ट्रैक अनुमोदन प्रक्रिया उपलब्ध है।
कुमारन ने कहा, “यह परिवर्तन अर्जेंटीना के लोगों के लिए किफायती और जीवनरक्षक दवाओं की पहुंच आसान बनाएगा और देश की स्वास्थ्य सेवा की लागत को कम करेगा।” अर्जेंटीना पीएम मोदी के पांच देशों के दौरे का तीसरा चरण है। इससे पहले वे घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा कर चुके हैं। इसके बाद पीएम मोदी ब्राजील में होने वाले 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और नामीबिया का दौरा करेंगे।-(ANI)